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Showing posts from October, 2024

Festival of Lights: Diwali Spreads Love and Happiness

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 दिवाली: जगमगाती रोशनी का त्योहार दिवाली भारत का सबसे बड़ा और सबसे पवित्र त्योहार है, जो पूरे देश में बड़े ही उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और इसे जगमगाती रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। दिवाली का इतिहास दिवाली का इतिहास पुराणों में वर्णित है। भगवान राम की पत्नी सीता को रावण के चंगुल से मुक्त करने के बाद, भगवान राम 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। उनके स्वागत के लिए अयोध्या के लोगों ने घी के दीये जलाए थे, जिससे पूरा शहर जगमगा उठा था। दिवाली की तैयारी दिवाली की तैयारी कई दिनों पहले से शुरू हो जाती है। लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करते हैं, नए कपड़े खरीदते हैं, और मिठाइयाँ बनाते हैं। दिवाली के दिन लोग अपने घरों में दीये जलाते हैं, आतिशबाजी करते हैं, और अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर त्योहार का आनंद लेते हैं। दिवाली का महत्व दिवाली का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि यह त्योहार हमें कई महत्वपूर्ण सबक भी सिखाता है। यह त्योहार हमें बुराई पर अच्छाई की जीत की याद दिलाता है, और हमें अपने जीवन में सच्चाई, न्याय, और करुणा का मार्ग

ओलंपिक की शीतकालीन छतरी: खेल, उत्साह, और भावनाएँ

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शीतकालीन ओलंपिक की शुरुआत शीतकालीन ओलंपिक की शुरुआत 1924 में फ्रांस के चेमोनिक्स में हुई थी। इसे पहले "अंतरराष्ट्रीय शीतकालीन खेल" कहा जाता था, लेकिन 1926 में इसे शीतकालीन ओलंपिक का नाम दिया गया। Olympic Logo शीतकालीन ओलंपिक के खेल शीतकालीन ओलंपिक में कई खेल शामिल हैं: 1. अल्पाइन स्कीइंग 2. क्रॉस-कंट्री स्कीइंग 3. फिगर स्केटिंग 4. स्पीड स्केटिंग 5. हॉकी 6. कुर्लिंग 7. बोबस्ले 8. लुग 9. स्केलेटन 10. स्नोबोर्डिंग शीतकालीन ओलंपिक के मुख्य आयोजन शीतकालीन ओलंपिक के मुख्य आयोजन हैं: 1. खेलों का उद्घाटन समारोह 2. खेल प्रतियोगिताएँ 3. पदक समारोह 4. खेलों का समापन समारोह शीतकालीन ओलंपिक के इतिहास में भारत की भूमिका भारत ने शीतकालीन ओलंपिक में पहली बार 1964 में भाग लिया था। भारत के शीतकालीन ओलंपिक में सबसे अच्छा प्रदर्शन 2010 में वैंकूवर में हुआ था, जब शिव केशवन ने अल्पाइन स्कीइंग में 74वां स्थान हासिल किया था। शीतकालीन ओलंपिक के भविष्य में कई नए खेल और आयोजन शामिल होंगे। 2026 में इतालवी शहर मिलान और कोर्टिना डी'अम्पेज़ो में शीतकालीन ओलंपिक आयोजित किए जाएंगे। कुछ महत्वपूर्ण शब्द: -

"मड कबड्डी लीग" के डेमोंसट्रेशन सत्र की शुरुआत

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आगरा । "मड कबड्डी लीग" आयोजन के लिए लीग के डेमोंसट्रेशन मैच और अभ्यास सत्र देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमे आज आगरा के युवा खेलकूद महासंघ की आगरा वॉरियर्स अकैडमी में भी इसी क्रम में आयोजन किया गया । जिसमें देश भर से चयनित खिलाड़ियों ने प्रतिभाग कर अपने खेल का प्रदर्शन एवं खेल से जुड़ी जानकारी को सभी खिलाड़ियों के साथ साझा किया। "मड कबड्डी लीग" आयोजकों का कहना है, कि "मड कबड्डी लीग" से पहले डेमोंसट्रेशन का होना अति आवश्यक है, जिससे खिलाड़ियों को इस लीग के दौरान सभी नियमों की बारीकियां और तकनीकी खेल आदि की जानकारी प्राप्त हो पाए और लीग के दौरान वह किसी प्रकार की गलती एवं चोट लगने से बचें सकें ।  सत्र की शुरुआत मे लॉर्ड शिवा कान्वेंट स्कूल के निदेशक श्री गौरव झा और युवा खेलकूद महासंघ के राष्ट्रीय सचिव संतोष सिंह तरेटिया एवम् लीग सह-संयोजक राहुल खरात ने खिलाडियों से परिचय प्राप्त कर शुरू किया। सत्र में विभिन्न राज्यों से टीम कैप्टनो ने भाग लिया। राजस्थान टीम के कप्तान सचिन, गुजरात नितिन, मध्य प्रदेश रवि , उत्तराखंड के बृजेश कुमार और ह